बालाजी धाम भैंडोली एक पर्यटक स्थल के नजदीक डराना, भेन्डौली, लीखी,भिड़ूकी व रामगढ़ सीमावर्ती गांव हैं। इनका संक्षिप्त परिचय इस प्रकार है।👇
भेन्डौली :- बालाजी धाम गांव भेन्डौली की पश्चिमी सीमा पर स्थित है। यह एक क्षत्रिय बहुल गांव है । इस गांव का इतिहास गौरव मय है।
दादा बूढरा की यह बस्ती चौंढेरावत बनी के स्वामी बिहारी जी की छत्रछाया में बसी है ।यह प्राचीन काल से ही वीर योद्धाओं की जन्मभूमि रही है इतिहास में अनेक बहादुर इस जन्मभूमि में जन्मे हैं। पहलवानी करने का शौक इस गांव में प्रारंभ से ही रहा है। यहां प्राचीन पहलवानों में नाम कमाने वाले अनेकों पहलवान हुए हैं जिनमें दादा फूल सिंह, टूण्ड़ा पहलवान,करकल्ली पहलवान, हीरालाल पहलवान, खजान पहलवान, गोविन्दा पहलवान, सुन्दर पहलवान, गुरुदत्त पहलवान, कल्याण व रतन सिंह आदि नामी पहलवान रहे हैं ।आज भी गांव के युवा पहलवानी में काफी नाम कमा रहे हैं।
गांव में सेना में भर्ती होने का जोश पहले से ही रहा है इस गांव के वीर फौजियों ने देश की रक्षा में स्वयं को समर्पित किया है,आज भी गांव के युवा अन्य नौकरियों के बजाय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना सबसे बढ़कर मानते हैं। ऊंचे पदों पर भी गाँव के अनेक अधिकारी हुए हैं। जिनमें बाबूसिंह तहसीलदार, रोहतान सिंह आयकर अधिकारी व डाक्टर पं. श्री सुधीकांत भारद्वाज जी ज्योतिष व शिक्षा के महान विद्वान व लेखक रहे हैं जिनके मार्गदर्शन में पंडित जयदेव शास्त्री जी भी समाज के उत्थान में सेवारत हैं।जयदेव पण्डित जी तथा रामअवतार पण्डित जी अच्छें ज्योतिषी व भागवत कथा वाचक है।
गाँव का प्रमुख व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बांके बिहारी मंदिर तथा बालाजी धाम मन्दिर है, इसी के साथ पीली पिछोरी वाले बाबा का मंदिर भी प्रसिद्ध है। इनके अतिरिक्त गाँव में चामढ माता मंदिर, हरिजन मंदिर आदि प्रमुख धार्मिक स्थान हैं।
डराना :- बालाजी धाम के उत्तर दिशा की सीमा डराना गांव से लगती है। इस गांव में ढाक वन ,गोपाल कुटी व अन्य पूजनीय स्थल हैं।
लीखी :- बालाजी धाम के उत्तर दिशा में ही डराना के नजदीक लीखी गांव है। इस गांव के प्रधान देवता बाबा घमंड देव हैं, जोकि इस गांव के मध्य में बसते हैं। इनके अतिरिक्त गांव में और भी अनेक धार्मिक स्थल व मंदिर हैं।
रामगढ़ :- पूर्व दिशा की ओर रामगढ़ गांव है जो की भेन्डौली की सीमा से लगता है। इस गांव के प्रधान देवता परमहंस बाबा हैं। इनके अतिरिक्त राम मंदिर , जाहरवीर मंदिर खेड़ा देवत, थारी कटोरा, हरिजन मंदिर यहां के तीर्थ स्थल हैं।
भिडूकी :- बालाजी धाम से दक्षिण दिशा में भिडूकी गांव पड़ता है। इस गांव के प्रधान देवता श्री सिद्ध बाबा हैं। इस गांव में अनेक धार्मिक स्थल हैं।