यह स्थान बाबा पीली पिछोरी वाले आश्रम में स्थित है । इस स्थान पर बाबा पीली पिछोरी वाले महाराज ने गुफा बनाकर तप किया था एवं भगवान का साक्षात्कार किया था। वह गुफा आज भी इस चबूतरे के नीचे दबी हुई है।अब यहां पक्षियों को दाना डाला जाता है और सभी पक्षी प्रेम से दाना चुगते हैं।